मेरी सौतेली माँ की मेरी मर्दानगी के लिए अतृप्त इच्छा दुर्गम है। उसके कामुक उभार और मोहक आकर्षण मुझे उसके हर आदेश के आगे झुकते हुए, कमजोर इच्छाशक्ति छोड़ देते हैं। हमारी भावुक कोशिशें हमारी आनंद की अनबुझी प्यास का एक वसीयतनामा हैं, जिससे हम दोनों और अधिक के लिए तड़पने लगते हैं।